उत्तराखंड को देवी देवताओ का निवास स्थान बताया गया है। इसलिए ही उत्तराखंड को देवभूमि भी कहा जाता है। तो चलिए आज हम आपको उत्तराखंड के प्रमुख मंदिरो के बारे में बताते है।
उत्तराखंड के प्रमुख मंदिर - Famous Temples of Uttarakhand
नैनीताल जनपद के प्रमुख मंदिर - Popular Temple in Nainital
नैनादेवी मंदिर - नैनीताल
गर्जिया मंदिर - रामनगर
हनुमानगढ़ी - नैनीताल
मुक्तेश्वर मंदिर...
अल्मोड़ा जिला देवभूमि उत्तराखंड का एक खूबसूरत जिला है। जो समुद्र तल से 4629 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। अल्मोड़ा जिले के पूर्व में पिथौरागढ़, पश्चिम में गढ़वाल, उत्तर में बागेश्वर व दक्षिण में नैनीताल जिला स्थित है। यहां पर कत्यूरी और चंद वंश के राजाओं ने 5 वीं और 6 वीं शताब्दी में शासन किया था। यहा...
नैनीताल जो सरोवर नगरी के नाम से भी जानी जाती है। यह देश विदेश का पसंदीता टूरिस्ट प्लेस है। यहां लोग घूमने फिरने के साथ-साथ अपनी छुट्टिया मनाने के लिए आते हैं. यहां का मौसम सबसे ज्यादा गर्मियों के दौरान सैलानियों को भाता है। नैनीताल की खूबसूरती और ठंडो में यह यहा की बर्फ की वजह से सैलानी अपने आप यहां...
उत्तराखंड भारत का एक सुन्दर सा राज्य है जिसे देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है। यहा पर अनेक प्राचीन मंदिर स्थित है। जिस कारण देवभूमि भारत के प्रमुख राज्यों में स्थित है। यह भारत के उत्तर में स्थित एक सुन्दर सा राज्य है। 2000 और 2006 के बीच इसे उत्तरांचल के नाम से जाना जाता था। उत्तराखंड राज्य का निर्माण...
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उत्तराखंड मांगे भू कानून सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है। आइये जानते है इसके बारे में
Mera Uttarakhand - उत्तराखंड मांगे भू कानून (uttarakhand-mange-bhu-kanoon) पिछले कुछ हफ्तों से सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है। उत्तराखंड वासी उत्तराखंड के लिए एक सशक्त कानून की मांग कर रहे है। उत्तराखंड में भू कानून लागू करने की मांग लगातार पिछले कुछ समय से उठाई जा रही है। सारे उत्तराखंड वासियो की एक ही कोशिश है कि पिछले भू कानून (bhu kanoon) में...
शहद एक ऐसा स्वादिष्ट खाद्य प्रदार्थ है जिसे हम कई तरह से अपने भोजन के साथ उपयोग कर सकते है. लेकिंन शुद्ध शहद मिलना आज कल बहुत मुश्किल है क्युकि यह मिलावट का दौर है। तो चलिए आज हम आपको ले चलते है उत्तराखंड के एक छोटे से सुन्दर गांव रामगढ की तरफ जो अपने आड़ू व अन्य फसलों के...
“यज्ञ" शब्द जिसका अर्थ है देव पूजा, संगतिकरण और दान। संसार के सभी श्रेष्ठकर्म यज्ञ कहे जाते हैं। यज्ञ को अग्निहोत्र, देवयज्ञ, होम, हवन, अध्वर नामो से भी जाना जाता है। यज्ञ की महिमा का वर्णन करते हुए महर्षि दयानंद जी कहते हैं : “संसार के सभी लोग जानते हैं कि दुर्गंध युक्त वायु और जल से रोग, रोग...